सांसद ने कहा अविलम्ब शुरू करें इंचागढ़ में राहत कार्य, प्रभावितों को राशन-भोजन व दवा उपलब्ध कराए प्रशासन

 

सांसद संजय सेठ, राँची लोकसभा

चांडिल : पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण चांडिल डैम का जलस्तर 183 से ज्यादा बढ़ गया, जिस कारण इंचागढ़ का पूरा क्षेत्र जलमग्न हो चुका है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि अबतक स्थानीय प्रशासन द्वारा विस्थापित व बाढ़ में फंसे ग्रामीण को राहत देने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। उक्त बातें राँची लोकसभा सांसद संजय सेठ ने कही, वही इस बाबत सांसद संजय सेठ ने ईचागढ के आस-पास डूबने वाले 43 गाँवों में अविलंब राहत पहुंचाने के लिए सरायकेला जिला उपायुक्त अरवा राज कमल को निर्देश दिया है।

चांडिल डेम

इधर, सांसद श्री सेठ ने कहा कि विगत 2-3 दिनों के मूसलाधार बारिश के कारण चांडिल डैम के आसपास के 43 गांव प्रत्यक्ष रूप से जलमग्न एंव प्रभावित हुए हैं। परन्तु अब तक प्रशासन द्वारा राहत कार्य के नाम पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन उन गांवों में अविलंब राहत सामग्री, भोजन, खाद्य सामग्री, दवाइयां व जरुरत की सभी चीजें लोगों तक पहुंचाए। ओर जितने भी प्रभावित गांव है, अधिकारी उन गांव में जाकर नुकसान का आकलन करें। एंव प्रभावित ग्रामीणों को त्वरित रूप से मुआवजा दिया जाए।

चांडिल डेम के पानी से डूबा गांव

इंचागढ़ के इन गाँवों से पानी निकलने के बाद प्रशासन सभी गांव में चिकित्सा शिविर लगाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करें। व्यापक पैमाने पर सफाई अभियान चलाई जाएँ क्योंकि पानी कम होने पर कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। सांसद श्री सेठ ने कहा कि राज्य सरकार व प्रशासन यह सुनिश्चित करे कि चांडिल डैम का जलस्तर किसी भी हाल में 180 फ़ीट से ऊपर ना हो। साथ ही चांडिल डैम से जो औद्योगिक संस्थान लाभ लेते हैं। उसके लाभ के राशि से विस्थापित गाँवों के मूलभूत सुविधाओं पर खर्च किया जाए।


चांडिल से भास्कर मिश्रा की रिपोर्ट।

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