चांडिल प्रखंड के कटिया फुटबॉल मैदान में विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर पांचवी अनुसूची एवं आदिवासी अधिकार अनुपालन सभा का हुआ आयोजन

कटिया में संबोधित करते हुए

 चांडिल : सरायकेला जिला अंतर्गत चांडिल प्रखंड के कटिया फुटबॉल मैदान में विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर आयोजित पांचवी अनुसूची एवं आदिवासी अधिकार अनुपालन सभा कार्यक्रम के दौरान आदिम डेवलपमेंट सोसाइटी के सचिव बीआर सोरेन ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक वर्ष 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के रूप में मनाया जाता है यह हमारे लिए एक ऐतिहासिक दिवस है इसके लिए 24 अक्टूबर 1945 को संयुक्त राष्ट्र संघ का गठन के 50 वर्षों बाद संयुक्त राष्ट्र संघ यह महसूस किया कि 21वीं सदी में भी विभिन्न देशों में निवास कर रहे आदिवासी समाज अपनी मूलभूत जैसी समस्याओं के साथ-साथ संवैधानिक अधिकारों से वंचित है आदिवासी समाज के उक्त समस्याओं एवं निवारण हेतु विश्व का ध्यानाकर्षण के लिए वर्ष 1994 में संयुक्त राष्ट्र के महासभा द्वारा प्रतिवर्ष 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाने का फैसला लिया गया जिसके बाद से ही आदिवासी बहुल देशों में 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस बड़े धूमधाम से मनाया जाता है जिसमें भारत देश भी शामिल है उन्होंने कहा कि महान वैज्ञानिक और सामाजिक चिंतकों ने कहा है कि सरवाइव ऑल ऑफ द फिटेस्ट अर्थात दुनिया में वही समुदाय जीवित रहेगा जो संघर्ष करके अपने को फिट रखेगा भारत में भी आदिवासी अफ्रीका के बाद सर्वाधिक आदिवासी निवास करते हैं जो भारत के मूल निवासी हैं वहीं दूसरी तरफ भारत के सुप्रीम कोर्ट ने 5 जनवरी 2011 को अपने निर्णय में यह कहा कि आदिवासी ही भारत देश का मूल निवासी है अर्थात असली नागरिक है पर अत्यंत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि आजाद भारत देश आदिवासियों की भावनाओं को ना सम्मान और ना उनके संवैधानिक अधिकारों को लागू कर पाया विडंबना यह है कि आजादी के 75 वर्षों के बावजूद आदिवासी समुदाय अधिकार न्याय आत्म सम्मान एवं सुरक्षा की लड़ाई लड़ने को विवश है। बाबूराम सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार से यही मांग है कि भारतीय संविधान का अनुच्छेद 244 (1) अंतर्गत पांचवी अनुसूची के तहत अनुसूचित क्षेत्र में प्रशासन नियंत्रण कल्याण उन्नति शांति और सुशासन के प्रावधान को सख्ती से अनुपालन किया जाए तो दूसरी तरफ केंद्र सरकार आदिवासी दिवस को संपूर्ण देश में राष्ट्रीय अवकाश घोषित करें। इसके बाद पांचवी अनुसूची एवं आदिवासी अधिकार अनुपालन सभा को भारतीय आदिवासी भूमि समाज के सरायकेला जिला सचिव रविंद्र नाथ सिंह, आदिम डेवलपमेंट सोसाइटी के अध्यक्ष विदेश सोरेन, कोषाध्यक्ष विजय मुर्मू ने भी संबोधित किया और वहां उपस्थित आदिवासी एवं मूल वासियों को अपने हक एवं अधिकारों से अवगत कराते हुए भारतीय संविधान में आदिवासियों को मिली हुई संवैधानिक अधिकारों पर विस्तार से चर्चा की गई एवं सभी को जागरूक किया गया इस मौके पर सुदेश हांसदा, गोपाल माहली, वनमाली हांसदा आदि दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे।

चांडिल से भास्कर मिश्रा की रिपोर्ट।
9155545300

Post a Comment

0 Comments