चांडिल डेम पोलटेक्निक कॉलेज छात्रों व शिक्षकों के बीच चल रहे मामले का 60घण्टे बाद हुआ पटाक्षेप।

 


चांडिल : चांडिल डेम स्थित पोलटेक्निक कॉलेज अंतर्गत कौशल विकास केंद्र के छात्र और प्रबंधन के बीच गतिरोध थमने का नाम नही ले रहा है। बता दे कि विते मंगलवार की देर शाम कॉलेज नियमो के विरुद्ध कॉलेज परिसर से बाहर जाने के छात्रों की जिद एंव इसी मामले में गार्ड से हुई तूतू मेमे की आंच अब प्रबंध तक पहुंच गई है। ज्ञात हो कि उक्त छात्रों के समर्थन में कौशल विकास केंद्र के ट्रेनर राज कुमार मंगलवार की देर रात मामले को तूल दे दिया ओर छात्रों को ले देर रात कॉलेज के मेन गेट पर बैठ गए। जिससे कौशल विकास केंद्र के सेंटर हेड छविलाल पात्रा को बीच बचाव करने वहा जाना पड़ा इधर, राज शिक्षक के नेतृत्व में जिद पे अड़े छात्र कुछ भी मानने को तैयार नही थे। अंततः सेंटर हेड छविलाल पात्रा को अपने स्टेट हेड उमा शंकर को सूचित कर बुलाना पड़ा, देर रात उमा शंकर चांडिल पोलटेक्निक कॉलेज पोहुँचे और देर रात होने एंव सुबह वार्ता करने की बात कह सभी को होस्टल कक्ष में भेजा।

बुधवार की सुबह अन्य दिनों की तरह सभी कक्षाएं संचालित हुई तो दूसरी ओर ट्रेनर राज कुमार द्वारा अपने ही विभागीय प्रबंधन का विरोध और देर रात छात्रों को लेकर किये गए धरने की सूचना भी प्रबंधन के उच्च अधिकारियों को दी गई। जिसपर कार्यवाही करते हुए बुधवार की शाम तक राज कुमार को टर्मिनेट कर दिया गया। जिसकी सूचना मिलते ही राज कुमार पुनः छात्रों को लेकर एक भूमिका गढ़ते हुए देर शाम लगभग 30 छात्र चांडिल थाना पहुंचे और छात्रों के द्वारा सेंटर हेड छविलाल पात्रा के विरुद्ध लिखित आवेदन दिया। वही इसकी सूचना मिलते ही सेंटर हेड छविलाल पात्रा सेंटर के सभी टीचिंग व ननटीचिंग स्टाफ के साथ देर रात चांडिल थाना पहुंचे और अपना पक्ष भी लिखित रूप में दिया। वही उग्र रवैया को देखते हुए सेंटर हेड रात भर कॉलेज के बाहर रात बिताई। उपरोक्त सभी घटनाक्रम की पल-पल जानकारी स्टेट हेड उमाशंकर को भी दी जा रही थी। इधर बुधवार की शाम को बर्खास्तगी का पात्र मिलने का हवाला देते हुए शिक्षक राज कुमार कॉलेज क्वाटर में ही रहे। पुनः गुरुवार की सुबह राज कुमार को कॉलेज परिसर से बाहर निकालने में प्रबंधन को दांतों तले चने चबाने पड़े। स्टेट हेड उमा शंकर भी दोपहर तक वही जमे रहे। अंततः स्टेट हेड एंव सेंटर हेड को चांडिल थाना आकर अपना पक्ष रखना पड़ा जिसके बाद सम्पूर्ण घटनाक्रम पर पटाक्षेप हुआ।

इधर विते कई दिनों से चल रहे छात्र-विभाग के गतिरोध की सूचना पाकर जिला से एक टीम चांडिल पोलटेक्निक कॉलेज पहुंची ओर सभी मामलों की समीक्षा करते हुए विभागीय पदाधिकारी एंव छात्रों से जानकारी ली। एंव विभाग को शोकॉज कर 24 घण्टे के अंदर जवाब देने का निर्देश दिया।

बताते चले कि विते दिनों चांडिल क्षेत्र में बिजली समस्या के कारण पोलटेक्निक कॉलेज में भी बिजली बाधित रहती थी जिसकर पानी की समस्या भी उतपन्न हुई थी और फिर वही से शुरू हुआ विरोध आज बड़ा बृक्ष बना गया।

चांडिल से भास्कर मिश्रा की रिपोर्ट।

9155545300

Post a Comment

0 Comments