राँची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन विभाग की बैठक सोमवार देर शाम संपन्न हुई। बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग की 75 फीसदी सुझाव को सरकार ने मान लिया है। ये पाबंदियां 15 जनवरी तक लागू रहेंगी। उन्होंने कहा राज्य में खतरनाक तरीके से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार ने फैसला किया है कि अब सभी दुकानें रात 8:00 बजे तक ही खुले रहेंगे। वहीं नाइट कर्फ्यू नहीं लगाया गया है। इसके साथ ही सभी शैक्षणिक संस्थान, रेस्टोरेंट्स, पार्क, पर्यटक स्थल, स्विमिंग पुल बंद रहेंगे।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में सोमवार को हुए आपदा प्रबंधन विभाग की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री के अलावा विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, सीएम के सचिव विनय चौबे उपस्थित थे।
बता दें कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देख स्वस्थ विभाग के अपर मुख्य सचिव अरूण कुमार सिंह ने कई प्रतिबंध लगाने का सुझाव आपदा प्रबंधन विभाग को दिया था। इसके लिए उन्होंने रविवार को आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव को पत्र लिखा था। इन सुझावों में से कई को आज की बैठक में मान लिया गया है।
जानें क्या होंगी पाबंदियां ...
- सभी स्टेडियम, पार्क, जिम पर्यटक स्थल, स्विमिंग पुल अगले आदेश तक बंद रहेंगे।
- सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। हालांकि इन संस्थानों में 50% प्रशासनिक कार्य किया जा सकेगा।
- रेस्टोरेंट अपनी क्षमता के आधे से या 100% अधिकतम लोगों के साथ खुले रहेंगे।
- सभी बाजार, दुकानें रात 8:00 बजे तक की खुली रहेंगी। हालांकि इसमें दवाई दुकान, बार ,रेस्टोरेंट को मुक्त रखा गया है।
- सभी सरकारी और निजी कार्यालय 50% क्षमता के साथ कार्य होगा।
- सरकारी और निजी संस्थानों में बायोमिट्रिक अटेंडेंस को बंद कर दिया गया है।
- शादी विवाह अंत्येष्टि में अधिकत्तम 100 लोग या क्षमता का 50% लोग ही शामिल हो पाएंगे।
- सभी धार्मिक स्थल पूर्व की तरह खुले रहेंगे. इस पर आज की बैठक में कोई फैसला नहीं लिया गया है।
आउटडोर आयोजन में अधिकतम एक सौ लोग शामिल हो सकेंगे। इनडोर आयोजनों में कुल क्षमता का 50% या 100 दोनों में से जो कम हो, क्षमता के साथ आयोजन हो सकेंगे। बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी अनिवार्य स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता के साथ दुरुस्त करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थिति को मद्देनजर रखते हुए राज्य के सभी जिलों को अलर्ट मोड में रखा जाये। कोरोना जांच की संख्या में हर हाल में वृद्धि हो, अधिकारी यह सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि सभी कोविड केयर अस्पतालों में ऑक्सीजनयुक्त बेड, आईसीयू बेड, नॉर्मल बेड, अनिवार्य दवाएं इत्यादि व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखें। सभी भीड़ वाले क्षेत्रों में कोविड-19 अनुकूल व्यवहारों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करवाने का निर्देश मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिया। उन्होंने कहा कि राज्य में अफरा-तफरी का माहौल न बने इस निमित्त मैकेनिज्म डेवलप करें। अधिकारी राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित मेडिकल ऑक्सीजन प्लांटों का निरीक्षण करें और मेडिकल ऑक्सीजन की कमी न हो, इसकी तैयारी रखें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि कोरोना टेस्ट सैंपल का बैकलॉग न बढ़े यह सुनिश्चित करें।
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