इस दौरान भास्कर मिश्रा ने कहा कि आज युवा वर्ग को स्वामी विवेकानंद जी के पद चिन्हों पर चलना चाहिए और उनकी जीवनी से सीख लेनी चाहिए। आज का दिन युवाओं को आगे बढ़कर धर्म व संस्कृति को बचाने का संकल्प लेने का दिन है। उन्होंने कहा कि भारत के आधुनिक इतिहास को एक नयी दृष्टि देनेवाले महान आध्यात्मिक विभूति स्वामी विवेकानंद जी के विचार युगों-युगों तक अमिट रहेंगे। स्वामीजी ने आध्यात्मिकता से परिपूर्ण भारतीय वेदांत दर्शन को अमेरिका और यूरोप के क्षितिज में फैलाया तथा भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिक विरासत से पश्चिमी देशों का परिचय कराया था। जिसे अब हमलोगों को आगे बढ़ाना है और फिर से हिंदुस्तान को विश्व गुरु के रूप में स्थापित करना है। इस मौके पर नंदलाल गोस्वामी, तारक कुमार, छोटू प्रमाणिक, राहुल नाग, सूरज दे, दुलाल प्रमाणिक, आकाश हलदार, पिंटू सिंह, संजय प्रमाणिक आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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