महाल ने BSIL प्रबंधन को दी चेतावनी, उचित मुआवजा एंव बिनाशर्त केस वापिस नही किए तो सड़कों पर उतरेंगे आदिवासी

 


चांडिल : सरायकेला जिला के चांडिल स्थित बिहार स्पंज आयरन लिमिटेड प्रबंधन के मनमानी और स्थानीय ग्रामीणों पर किए गए मुकदमे को लेकर पातकोम दिशोम मांझी परगाना महाल ने बुधवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। पातकोम दिशोम मांझी परगाना महाल के देश परगना रामेश्वर बेसरा व श्यामल मार्डी ने संयुक्त रूप से कंपनी प्रबंधन के खिलाफ सड़कों पर उतरने की चेतावनी जारी करते हुए एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उन्होंने कहा है कि विगत 7 अप्रैल को हुए कीलन ब्लास्ट में मारे गए मजदूरों को मुआवजा देने में प्रबंधन भेदभाव किया है जो सरासर गलत है और नियम के विरुद्ध है। जब एक ही दुर्घटना में दोनों मजदूर की मौत हुई हैं तो प्रबंधन को एक समान रूप से मुआवजा देना चाहिए। श्यामल मार्डी ने कहा है कि किसी गरीब एंव निचले स्तर के मजदूर की मौत पर प्रबंधन की ओर से मात्र सात या आठ लाख मुआवजा दिया जाना भी उचित नहीं है, यह मुआवजा राशि काफी कम है। मृतकों के परिवार को स्वावलंबी बनाने के लिए उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए। उन्होंने दोनों मृतक मजदूर के परिजनों को कम से कम 15-15 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग कि है।
वही, पातकोम दिशोम मांझी परगाना महाल के देश परगना रामेश्वर बेसरा व श्यामल मार्डी ने संयुक्त रूप से कहा है कि पिछले दिनों कंपनी प्रबंधन के इशारे पर कंपनी में काम करने वाले एक ठेकेदार द्वारा स्थानीय लोगों पर झूठा आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया है । जिसमें पुलिस प्रशासन की ओर से भी मामले की अच्छी तरह से जांच नहीं की गई और दो स्थानीय लोगों को जेल भेज दिया। प्रबंधन के इस ओछी हरकत से आदिवासी समुदाय में आक्रोश है। इसलिए बिहार स्पंज आयरन लिमिटेड प्रबंधन से हमारी मांग है कि निर्देश ग्रामीणों पर किया गया झूठे मुकदमे को बिना शर्त वापस ले, अन्यथा आदिवासी समाज के लोग सड़कों पर उतरने को बाध्य होंगे। जिसकी सारी जवाबदेही BSIL कंपनी प्रबंधन एंव प्रशासन की होगी।
चांडिल से भास्कर मिश्रा की रिपोर्ट।
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