चांडिल अनुमंडल पदाधिकारी की उपस्थिति में हुई त्रिपक्षीय वार्ता में सहमति के बाद भी वसुली जा रही टोलटैक्स, फ्री फास्टैग लगाने नही पहुंचे कर्मचारी


चांडिल (भास्कर मिश्रा) : पाटा डाउन के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग 33 सड़क परे बने टोल प्लाजा इन दिनों काभी चर्चा में है। बता दे कि जब से उक्त टोल प्लाजा शुरू हुई तभी से स्थानीय लोगो की मांग रही है कि उक्त टोल पर चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के लोगो की निजी चार चक्का वाहनों से टोल टैक्स नही लिया जाय साथ ही टोल प्लाजा पर स्थानीय को नोकरी में प्राथमिता मिले। इसके बाद से लगभग लगभग सभी राजनीतिक पार्टियों के वरीय नेताओ सहित कई समाजसेवियों ने पाटा गांव के पास एनएच 33 सड़क पर बने टोल प्लाजा पहुंच संवेदक से वार्ता कर स्थानीय लोगों की समस्याओं के समाधान की बात की एंव संवेदक की ओर से समाधान करने का आश्वासन भी मिला। ओर फोटोशूट कर अखबारों के माध्यम से खूब शुर्खिया बटोरी।
  इसी बीच लोगो के समस्या समाधान पर वार्ता करने एंव केंद्रीयमंत्री से मिलकर समाधान करने की मांग करने वालो में मुख्यतः सांसद संजय सेठ एंव इंचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक सबिता महतो ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज करते हुए लोगो के मन मे अपना छाप छोड़ा।
  इधर क्षेत्र के विधायक की पहल पर चांडिल अनुमंडल कार्यालय में विधायक सबिता महतो, एसडीओ रंजीत लोहरा, एसडीपीओ संजय सिंह, टोल प्लाजा के संचालक व संवेदक सहित क्षेत्र के गणमान्य लोगो की उपस्थिति में त्रिपक्षीय वार्ता में चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के लोगो से टोल टैक्स नही लेने पर सहमति बनी एंव निजी चार पहिया वहन पर फ्री फास्टैग लगवाने की बात हुई। वही लोगो को परेशानी न हो इसके लिए छः अगस्त से अनुमंडल परिसर में कैम्प लगाकर फ्री फास्टैग लगवाने की बात हुई थी।
  मगर त्रिपक्षीय वार्ता में सहमति के बावजूद चांडिल अनुमंडल क्षेत्र तो दूर लगातार चांडिल बाजार निवासी लोगो से टोल टैक्स बसूलना निरन्तर जारी है तो वही अनुमंडल परिसर में फ्री कैम्प भी नही शुरू हुई। लोग अपना काम काज को छोड़कर वाहन लेकर अनुमंडल कार्यालय पहुंचे तथा घंटो इंतजार करने के बाद भी टोल प्लाजा का कोई कर्मी नहीं आया तो लोग मायूस होकर व्यवस्था और जनप्रतिनिधि को कोसते हुए वापस अपने घर लौट गए। इससे लोगों में नाराजगी अब चरम पर पहुंच गई है।
 क्योंकि लोग समाचार पत्र पढ़कर निश्चित थे कि स्थानीय लोगो से टोल टैक्स नही लेने पर सहमति बन गई तो टेक्स नही देना होगा। वही अनुमंडल परिसर में ही सहूलियत के साथ फ्री फास्टैग भी लग जायेगी। मगर शनिवार की शाम को पाटा स्थित टोल प्लाजा पर नजारा ही अलग है। स्थानीय बोलने पर जबरन टोलटैक्स की बात की जा रही है। वही एसडीएम कार्यालय में हुई त्रिपक्षीय वार्ता में बनी सहमति को बताया जा रहा तो टोलटैक्स वसूल रहे लोगो द्वारा बोला जा रहा हमलोग नेता पदाधिकारी को नही जानते वे लोग क्या क्या अखबारों में छपवा रहे है। यह हमें देखना सुनना नही है। आप टोलटैक्स जमा कीजिए।
  इधर से आना-जाना है तो टोलटैक्स तो देना ही होगा। इस तरह पाटा से महज एक से दो किलोमीटर की दूर निवास करने वालो से भी टेक्स वसूला जा रहा है। इस तरह वहा उपस्थित स्थानीय लोग जो टोलटैक्स देकर गुजर रहे वह कहते सुने गए कि पता नही समाजसेवी व नेताओं ने संचालन से क्या वार्ता की, पिछले दिनों अनुमंडल कार्यालय में हुई त्रिपक्षीय वार्ता के बाद किस पर व केसी सहमति बनी और टोल प्लाजा से क्या आश्वासन मिला। यहां तो सभी स्थानीय से टैक्स वसूला जा रहा है। यहां कोई सुनने वाला नही है। इसतरह लोग मायूस होकर व्यवस्था और जनप्रतिनिधि को कोसते हुए वापस अपने काम से आगे गए ओर कुछ घर लौट गए।

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