बता दे कि बीते बुधवार शाम को बिनोद राय और समर्थकों ने अपने ही पार्टी के एक कार्यकर्ता की जमकर पिटाई कर देने की चर्चा एंव चांडिल थाना में देर शाम एफआईआर करने के बाद से ही ईचागढ़ विधानसभा में चर्चाओं का बाजार गर्म है। यहां सारथी महतो समर्थक गुरुचरण महंती ने चांडिल थाना में बिनोद राय, आकाश महतो, छोटू समेत अन्य 12 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। गुरुचरण महंती ने अपने शिकायत में कहा है कि चांडिल के बामुनडीह में बिनोद राय, आकाश महतो व छोटू समेत अन्य लोगों ने उसके साथ मारपीट, पर्स छिनतई व जान से मारने की धमकी दी है। उक्त शिकायत के आधार पर चांडिल पुलिस ने तत्काल भाजपा युवा मोर्चा जिला महामंत्री आकाश महतो को गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को पुलिस आकाश महतो को जेल भेजने वाली थी कि अचानक वह बेहोश हो गया, जिसके बाद पुलिस ने उसे चांडिल अनुमंडलीय अस्पताल ले आई। जहां से बेहतर इलाज के लिए एमजीएम रेफर किया गया। पुलिस हिरासत में एमजीएम जमशेदपुर में उसे भर्ती कराया गया है।
मामले के अन्य नामजद आरोपी बिनोद राय व छोटू को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस उन्हें तलाश रही हैं। बिनोद, आकाश व छोटू के ऊपर हत्या का प्रयास, लूट समेत अन्य धाराओं के साथ मामला दर्ज किया गया है। पर, यहां आश्चर्यजनक बात यह भी है कि शाम को विनोद राय, आकाश महतो व छोटू समेत अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराने के तत्काल बाद ही पुलिस महकमा सक्रिय हो गई। रात को ही आकाश महतो को गिरफ्तार कर लिया जाता हैं। गुरुवार की अहले सुबह सारी कागजी कार्यवाही पूरी कर उसे जेल भेजने की तैयारी हो जाती है। जबकि आकाश महतो का कहना है कि घटना के समय वह ओर उसके साथी चांडिल बिहारी कॉलोनी के पास बैठकर आगामी 22 जनवरी 2024 की रैली का तैयारी देर रात तक कर रहे थे। उन्हें झूठे मामले में फंसाया जा रहा है। वही बिनीद राय ने भी पूरे मामले पर अपने को निर्देश बताते हुए प्रशासन से निष्पक्ष जाँच करने का आग्रह किया।
ज्ञात हो कि 2021 में पूर्व विधायक साधुचरण महतो के निधन के बाद से ही इंचागढ़ विधानसभा में भाजपा के अंदर गुटबाजी बढ़ने लगी। वर्तमान में ईचागढ़ भाजपा में गुटबाजी के लिए मुख्य तीन सूत्रधार साधुचरण महतो की पत्नी सारथी महतो, इंचागढ़ विधानसभा से पूर्व एमएलए (जेवीएम) प्रत्यासी बिनोद राय एंव चांडिल के पूर्व जिला परिषद सदस्य मधुसूदन गोराई को बताया जाता है। इधर ईचागढ़ भाजपा के समर्पित कार्यकर्ताओं का मानना है कि साधुचरण महतो की पत्नी की दावेदारी मजबूत है व टिकट का पहला हक उनका है साधुचरण महतो के बाद से वह शुरू से क्षेत्र में सक्रिय है।जबकि विनोद राय रांची जिले (बुंडू) के होकर भी दूसरे जिले (सरायकेला) के ईचागढ़ विधानसभा की जमीन नाप रहे हैं। वही भाजपा के अन्य गुट के समर्पित कार्यकर्ताओं का इसके पीछे तर्क दिया जाता है कि 2019 में बिनोद राय जेवीएम के टिकट पर ईचागढ़ से विधानसभा चुनाव लड़े थे, इसलिए वह ईचागढ़ में सक्रिय हैं और आगामी चुनाव के प्रबल दावेदार हैं। तो तीसरे भाजपा गुट का कहना है कि मधुसूदन गोराई पूर्व जिला परिषद सदस्य रह चूंके है व वर्तमान में भाजपा जिला महामंत्री के पद पर रहकर एक प्रबल दावेदार की तरह मस्तमौला होकर संगठन के कार्यों को सफल बनाने के लिए सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इस तरह इनका राजनीतिक अनुभव भी है।
इस तरह इंचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में चार – पांच गुटों में बंटी भाजपा को आपसी सामंजस्य स्थापित कराने में भाजपा आला कमान से लेकर जिला समिति भी नाकाम है। इसी का नतीजा है कि एक ही पार्टी के कार्यकर्ता आपस मे द्वंद्ध कर आपसी वर्चस्व स्थापित करने की होड़ में अपने ही कार्यकर्ता को आज जेल की हवा खानी पर रही है। इस तरह बीते तीन सालों से अंदरूनी रूप से चल रही उपरोक्त गुटबाजी अब सार्वजनिक रूप से सामने आ चुकी हैं। हाल फिलहाल चार दिवसीय जयदा मकर संक्रांति मेला में सहायता शिविर लगाने का मामला सामने आया है। जहां ईचागढ़ भाजपा के दो गुट ने अपना अलग सहायता शिविर लगाया था। यह और बात है कि भाजपा पदाधिकारियों के विरोध जताने के बाद बिनोद राय गुट ने अपने सहायता शिविर के बैनरों को बदलकर हिंदुत्ववादी बैनर लगवा दिए थे। लेकिन यह पब्लिक है सब जानती है।

0 Comments