चांडिल (भास्कर मिश्रा) : आज सभी 23 अभ्यर्थियों के लिए सपनों की आखिरी रात है। सभी प्रत्याशियों ने विधायक बनने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। सरायकेला जिले के इंचागढ़ विधानसभा से कुल 23 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमाने के लिए चुनाव मैदान में उतरे। मतदाताओं ने जीत या हार की परवाह किए बिना अपनी पसंद के उम्मीदवारो को वोट दिया। उसके बाद से राजनीतिक गलियारों एंव चौक चौराहे पर 13 नवंबर के बाद से किसकी जीत और किसकी हार को लेकर खूब चर्चा हो रही है। इधर, छुपे हुए समर्थक और खामोश मतदाता खुल नहीं रहे हैं। वे चुपे-चाप निजेर पोसेन्दर छाप वाली कहावत को चरितार्थ कर रहे है। ऐसे मतदाता काकुर की जीत वाली कहावत में लगे हुए हैं। इधर, चर्चाओं का विश्लेषण किया जाए तो इंचागढ़ विधानसभा चुनाव में एनडीए के आजसू प्रत्याशी और इंडि एलायंस से जेएमएम प्रत्याशी और कैंची छाप व दो निर्दलीय प्रत्याशी के बीच में से एनडीए एंव इंडि एलायंस के बीच ही कांटे की टक्कर है। बाकी उम्मीदवारों की लोकप्रियता उनकी पहचान के हिसाब से मतदाताओं के बीच कम महत्वपूर्ण नहीं है। इसलिए उन्हें भी हलके में लेने की भूल नही की जा सकती। लेकिन इसबार जीत या हार के लिए यही उम्मीदवार अहम भूमिका निभाएंगे। इसलिए आसंका है कि वोटों के ध्रुवीकरण के कारण इस बात की प्रबल संभावना है कि जीत-हार का अंतर चार अंकों में ही रहेगा।
रिपोर्टर - भास्कर मिश्रा, चांडिल। 9155545300

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